मंगलवार, अप्रैल 23, 2024

Sukanya samridhi yojana 2023: जानें पात्रता, लाभ, ब्याज दर, और किए गए नए बदलाव…! संपूर्ण जानकारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संचालित “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” तहत सुकन्या समृद्धि योजना बनाई है, जिससे बेटियां अपने सपनो की उड़ान भर सकती हैं। सुकन्या समृद्धि योजना का उद्देश्य भारत में लड़कियों के भविष्य को सुरक्षित बनाना है। इस योजना के माध्यम से लड़कियों की शिक्षा, स्वास्थ्य और विवाह के खर्चों को पूरा करने के लिए एक धन बचत खाता खोला जाता है। इस योजना के तहत, बालिकाओं के नाम से सुकन्या खाते में सालाना नियमित जमा राशि पर ब्याज दिया जाता है जो उनके विवाह या 21 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर निकाला जाता है। यह योजना उन गरीब परिवारों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है जो अपनी बेटियों के शिक्षा और विवाह की खर्चों को पूरा करने में असमर्थ होते हैं।

इसके अलावा, सुकन्या समृद्धि योजना के माध्यम से बालिकाओं के लिए संजीवनी बीमा योजना भी शामिल होती है जो अगर कोई बालिका इस दुनिया से चली जाती है तो इस बीमा योजना के माध्यम से उसके वित्तीय भार को स्वीकार किया जाता है।

आज के इस आर्टिकल में Sukanya samridhi yojana 2023 से संबंधित संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि सुकन्या समृद्धि योजना क्या है, योजना से क्या लाभ होगा, योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता क्या होगी, खाता कैसे खुलवाए, क्या क्या डॉक्यूमेंट की जरूरत होगी, कितनी राशि निवेश कर सकते हैं, ब्याज दर कितनी होगी, कितने समय तक निवेश करना होगा, पैसे कब निकलवा सकते हैं और 2023 में योजना में कौन कौन से नए बदलाव किए गए हैं, आदि के बारे में चर्चा करेंगे।

सुकन्या समृद्धि योजना क्या है?

सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक बचत योजना है जो लड़कियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए बनाई गई है। यह एक सुविधा योजना है जो सुनिश्चित करती है कि लड़कियों की शिक्षा, स्वास्थ्य और विवाह के खर्चों को पूरा करने के लिए उनके नाम से एक बचत खाता खोला जाता है। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत, बालिकाओं के नाम से सुकन्या खाते में सालाना नियमित जमा राशि पर ब्याज दिया जाता है जो उनके विवाह या 21 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर निकाला जाता है। इस योजना का मकसद लड़कियों के भविष्य की सुरक्षा के साथ-साथ उनकी आर्थिक आज़ादी और स्वतंत्रता भी सुनिश्चित करना है। इस योजना में बचत खाते का न्यूनतम खुलासा राशि रू. 250 है जबकि अधिकतम राशि रू. 1.5 लाख होती है। इस योजना के अंतर्गत बचत खाते की ब्याज दर भी बहुत उच्च होती है। इस योजना के अलावा, अगर सुकन्या खाते के नामधारक की मृत्यु होती है तो योजना के अंतर्गत एक बीमा लाभ भी दिया जाता है।

सुकन्या समृद्धि योजना से क्या लाभ होगा?

सुकन्या समृद्धि योजना से निम्नलिखित लाभ हो सकते हैं:

  • बालिकाओं के भविष्य की सुरक्षा: यह योजना बालिकाओं के भविष्य को सुरक्षित बनाने का एक बहुत अच्छा उपाय है। बालिकाओं के नाम से खाता खोलकर उनके लिए पैसे जमा कराने से उनके भविष्य की आर्थिक सुरक्षा मिलती है।
  • ब्याज की उच्च दर: सुकन्या समृद्धि योजना में जमा की गई राशि पर ब्याज की दर बहुत अच्छी होती है। यह उन बालिकाओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है जिनके परिवार में आर्थिक तंगी होती है।
  • टैक्स बचत: सुकन्या समृद्धि योजना में जमा की गई राशि पर टैक्स की छूट मिलती है। इससे जमा की गई राशि पर ब्याज के साथ-साथ टैक्स बचत भी होती है।
  • बालिकाओं की शिक्षा: सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा की गई राशि का उपयोग बालिकाओं की शिक्षा में किया जा सकता है। इससे उनके भविष्य के लिए अधिक संभवता होती है कि वे अधिक शिक्षित होंगे और एक सफल जीवन यापन कर सकें।
  • बेटी के विवाह: सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा की गई राशि विवाह के लिए उपयोगी होती है। यह योजना उन परिवारों के लिए उपयोगी है जो आर्थिक रूप से कमजोर है।
  • बेटी को स्वतंत्र बनाना: सुकन्या समृद्धि योजना के माध्यम से, बेटी को स्वतंत्र निर्णय लेने में सक्षम बनाया जाता है।
  • सामूहिक बचत: इस योजना के जरिए एक समूह में बचत करने से, अधिक धन को एक स्थान पर इकट्ठा किया जा सकता है जो सामूहिक बचत के माध्यम से बालिकाओं के लिए लाभदायक हो सकता है।
  • बीमा लाभ: सुकन्या समृद्धि योजना में एक बीमा लाभ भी होता है। अगर सुकन्या योजना खाते के लिए प्रीमियम जमा करने के बाद कोई अनुभव मृत्यु, दिव्यांगता, या सम्पूर्ण आपदा में मृत्यु होती है, तो उसके परिजनों को बीमा लाभ मिलता है। बीमा लाभ योजना भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) द्वारा प्रदान किया जाता है और यह योजना की शर्तों के अनुसार होता है। बीमा लाभ की राशि प्रीमियम जमा की गई राशि और निवेश की राशि पर नहीं लगती है। बीमा लाभ से सुकन्या योजना खातेदारों के परिजनों को बचाने में मदद मिलती है।

योजना का लाभ लेने के लिए क्या पात्रता होनी चाहिए?

सुकन्या समृद्धि योजना के लिए निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करना आवश्यक होता है:

  • सुकन्या समृद्धि योजना में आवेदन करने के लिए बच्ची की उम्र 10 वर्ष या उससे कम होनी चाहिए।
  • आवेदक की नागरिकता भारतीय होनी चाहिए।
  • योजना का लाभ लेने के लिए एक परिवार की दो बालिकाएं ही आवेदन कर सकती है और एक बालिका के एक से अधिक खाते नहीं खोले जा सकते हैं।
  • एक परिवार में दो से अधिक सुकन्या योजना खाते नहीं खोल सकते हैं।
  • कानूनी रूप से गोद ली हुई बेटी का भी सुकन्या खाता खुलवाया जा सकता है।

इन मानदंडों के अनुसार यदि कोई बालिका पात्रता मानदंडों को पूरा करती है तो वह सुकन्या समृद्धि योजना के लिए पात्र होती है।

योजना के अंतर्गत खाता खुलवाने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट

सुकन्या समृद्धि योजना में निम्नलिखित दस्तावेज जरूरी होते हैं:

  • सुकन्या समृद्धि योजना खाते के लिए खातेदार की आईडी प्रूफ की आवश्यकता होती है जैसे पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या पासपोर्ट।
  • खातेदार की बच्ची जिसके नाम पर खाता खुलवाना है, के जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और पासपोर्ट साइज फ़ोटो की जरूरत होगी।
  • साथ ही निवास प्रमाण पत्र और मोबाइल नंबर की भी आवश्यकता होगी।
  • यदि योग्यता मानदंड के तहत बालिका का खाता खुलता है तो उसके पास योजना से संबंधित विवरण जैसे स्कीम के अंतिम लाभ एवं बीमा संबंधित दस्तावेज भी होने चाहिए।

ये दस्तावेज विभिन्न बैंकों या वित्तीय संस्थाओं के लिए अलग-अलग हो सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना के लिए खाता खोलते समय, बैंक या वित्तीय संस्था के निर्देशों का पालन करना चाहिए

सुकन्या समृद्धि योजना में खाता कैसे खुलवाए?

सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोलने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  • सबसे पहले, अपने नजदीकी बैंक या डाकघर से सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोलने का आवेदन फॉर्म प्राप्त करें या ऑनलाइन आवेदन करें।
  • अपने बच्चे के नाम, जन्मतिथि और अन्य आवश्यक विवरण जैसे आधार कार्ड नंबर और पैन कार्ड नंबर आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • यदि आप बैंक में खाता खोलना चाहते हैं, तो आपको बैंक में जाकर सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोलने का आवेदन फॉर्म जमा करना होगा। आपको आवेदन फॉर्म के साथ अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेज साथ ले जाना होगा।
  • यदि आप डाकघर में खाता खोलना चाहते हैं, तो आपको स्थानीय डाकघर में जाकर सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोलने के लिए आवेदन फॉर्म जमा करना होगा। आपको आवेदन फॉर्म के साथ अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक डॉक्यूमेंट साथ ले जाना होगा।
  • इसके अलावा खाता खुलवाने के लिए 250₹ भी जमा कराना होगा।
  • बैंक अधिकारी आपके आवेदन को सत्यापित करेंगे और सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोलने के लिए आपको बैंक अकाउंट खोलने के नियमों के बारे में जानकारी देंगे।
  • अगर आपके सारे दस्तावेज सही होते हैं तो बैंक आपको सुकन्या समृद्धि योजना खाते के लिए एक पासबुक या चेकबुक भी देंगे।
  • एक बार आपका सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोल दिया जाता है, तो आप अपनी बेटी के नाम से नियमित अंतराल पर जमा भी कर सकते हैं। आप कम से कम ₹250 और अधिक से अधिक 1.5 लाख रूपए तक की राशि जमा करा सकते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज दर कितनी है?

सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज दर नियमित रूप से सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है। यह ब्याज दर वर्ष 2021-22 के लिए 7.6% प्रति वर्ष है और इसे तीन माह के अंतराल से लागू किया जाता है। लेकीन वर्तमान में, वित वर्ष (2023-24) की पहली तिमाही यानि अप्रैल से जून तक दर को बढ़ाकर 8% कर दिया गया है। इस योजना में जमा किए गए राशि का ब्याज संचय के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

Sukanya samridhi yojana: कब तक करना होगा निवेश और कब निकाल सकते हैं राशि?

सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश 15 वर्षों तक किया जा सकता है। यदि लड़की के जन्म के समय सुकन्या समृद्धि योजना खुली होती है तो उसके बाद से उसकी शादी तक 21 वर्षों में यह मैच्योर हो जाती है। यदि आपने बच्ची के जन्म के बाद ही खाता खुलवाया है तो उसके 15 साल तक ही रूपए जमा कराना होगा, उसके बाद 21 साल होने तक यानि 6 साल तक कोई भी राशि जमा नहीं करानी होगी। लेकीन मैच्योरिटी होने तक ब्याज मिलता रहेगा।

योजना में जमा की गई राशि को लड़की के 18 वर्ष की आयु होने पर मैच्योरिटी राशि का 50% निकाल सकते हैं और बची हुई राशि बेटी के 21 वर्ष की आयु होने पर निकाल सकते हैं।

2023 में योजना में किए गए नए बदलाव?

सुकन्या समृद्धि योजना के नए बदलावों में निम्नलिखित शामिल हैं:

  • न्यूनतम जमा राशि: योजना में न्यूनतम जमा राशि 250₹ सालाना है। यदि आप किसी कारणवश यह राशि जमा नहीं करा पाए तो प्राप्त होने वाली मैच्योरिटी राशि के ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं होगा। और आप डिफॉल्टर घोषित नहीं होगे।
  • 3 बेटियों का खाता: योजना में केवल 2 बेटियों का ही सुकन्या खाता खुलवाया जा सकता है। यद्धपि तीसरी बेटी का भी खाता खुलवाने का भी प्रावधान है, लेकीन उसको इनकम टैक्स की बचत का लाभ नहीं होता था। अब इसमें परिवर्तन कर दिया गया है जिसके अंतर्गत अब तीसरी बेटी को भी योजना में टैक्स बचत का लाभ प्राप्त होगा।
  • खाता बंद करने के कारण: योजना के अन्तर्गत बेटी की मृत्यु होने पर और विदेश में शादी होने पर खाता बंद हो जाता है लेकीन अब बेटी को खतरनाक बीमारी या माता पिता की मृत्यु होने पर भी खाता बंद किया जा सकता है।
  • बेटी द्वारा खाते का स्वयं संचालन: योजना के तहत बेटी के 10 वर्ष की आयु होने पर वह स्वयं ही खाते का संचालन कर सकती है लेकिन अब 18 वर्ष की आयु होने पर खाते के संचालन कर सकेगी।

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