नमस्कार दोस्तों, आप सभी का हमारी वेबसाइट kaisele.com पर स्वागत है। साथ ही नवरात्रि महोत्सव की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएं। आज की हमारी यह पोस्ट में आप जानेंगे कि navratri 2023 date march में कब से शुरू होने जा रहे हैं (Navratri 2023 kab se shuru hai?) नवरात्र और किस तिथि को समापन होगा। इसके अलावा नवरात्र कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है, विधि क्या है इन सभी के बारे में चर्चा करेंगे।
आप सभी जानते हैं कि भारत में मनाए जाने वाले सभी पर पर्व बड़ी धूमधाम से मनाए जाते हैं। अब कुछ ही दिनों में चैत्र नवरात्र (चैत्र नवरात्र 2023 कब है) के पर्व 9 दिनों तक मनाया जाएगा जो कि पुरे भारत में बड़े ही हर्षोल्लास से celebrate किया जाएगा। चैत्र के इन नवरात्र से ही हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती हैं। नवरात्रि के इन नौ दिनों तक माता के नौ रूपों की आराधना की जाती है। नवरात्रि महोत्सव साल में 2 बार मनाया जाता है। (1) शारदीय नवरात्र और (2) चैत्र नवरात्र जो कि अब मार्च माह में मनाए जाएंगे। शारदीय नवरात्र आश्विन माह में और चैत्र नवरात्र चैत्र मास में शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तिथि तक मनाए जाने है। तो आइए अब हम chaitra navratri date 2023 से सम्बन्धित तिथि के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा कर लेते हैं।
चैत्र नवरात्रि 2023 कब है? (navratri 2023 kab hai)
navratri 2023 kab se start hai:
मां दुर्गा के भक्तों को चैत्र नवरात्रि के इस महापर्व का बेसब्री से इंतज़ार रहता है। हिंदू धर्म में नवरात्रि के महोत्सव में मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना करना पवित्र और बहुत विशेष माना जाता है। इस बार चैत्र नवरात्र की शुरुआत मार्च माह ( march 2023 navratri kab hai?) में हो रही है। हिंदू पंचाग के अनुसार भारत में चैत्र नवरात्र की शुरुआत हिन्दी कैलेंडर के प्रथम महीने यानि चैत्र मास में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से और नवरात्र का समापन नवमी तिथि को होगा।
Chaitra Navratri 2023 me kab hai: अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार चैत्र नवरात्र की शुरुआत 22 मार्च 2023 से होगी, इसी दिन नवरात्रि घटस्थापना होगी और 30 मार्च 2023 को रामनवमी के दिन नवरात्रि महोत्सव समाप्त होगा।
Navratri 2023 march start date and end date:-
Festival | Date | Day |
---|---|---|
Navratri start date | 22 March 2023 | Tuesday |
Navratri end date | 30 March 2023 | Wednesday |

चैत्र नवरात्र 2023 (chaitra navratri 2023 date in hindi)
S.No. | नवरात्रि पर्व | दिनांक | वार |
---|---|---|---|
1. | प्रतिपदा तिथि | 22 मार्च 2023 | मंगलवार |
2. | द्वितीया तिथि | 23 मार्च 2023 | बुधवार |
3. | तृतीया तिथि | 24 मार्च 2023 | गुरूवार |
4. | चतुर्थी तिथि | 25 मार्च 2023 | शुक्रवार |
5. | पंचमी तिथि | 26 मार्च 2023 | शानिवार |
6. | षष्टी तिथि | 27 मार्च 2023 | रविवार |
7. | सप्तमी तिथि | 28 मार्च 2023 | सोमवार |
8. | अष्टमी तिथि | 29 मार्च 2023 | मंगलवार |
9. | नवमी तिथि | 30 मार्च 2023 | बुधवार |
नवरात्रि के इन नौ दिनों यह मां दुर्गा का पावन पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इन नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग अलग रूपों की पूजा अर्चना की जाती है। नवरात्रि के प्रथम दिन यानि चैत्र प्रतिपदा तिथि को कलश स्थापना की जाती है और नौवें दिन यानि रामनवमी के पर्व के साथ ही नवरात्रि का समापन किया जाता है। इस प्रकार नवरात्रि का यह महापर्व नौ दिनों तक बहुत धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
घटस्थापना शुभ मुहूर्त (chaitra navratri 2023 ghatasthapana muhurat)
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के इन नौ दिनों तक मां दुर्गा की उपासना की जाती है। जैसा कि हम ने उपर बताया है कि इस बार चैत्र नवरात्र की शुरुआत 22 मार्च 2023 से हो रही है और इसी दिन नवरात्र घटस्थापना की जाएगी। यानि नवरात्रि के पहले दिन ही कलश स्थापना की जाती है। इस बार नवरात्र घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 22 मार्च 2023, चैत्र प्रतिपदा तिथि को सुबह 06:23 बजे से सुबह 07:32 बजे तक रहेगा। कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त की अवधि 1 घंटा 09 मिनट की है। इसी दौरान नवरात्र घटस्थापना करना शुभ माना जाता है।
चैत्र नवरात्र घटस्थापना मुहूर्त:
Date | Time | |
---|---|---|
घटस्थापना मुहूर्त | 22 मार्च 2023 | सुबह 06:23 से 07:32 तक |
अवधि | 1 घंटा 09 मिनट |
चैत्र नवरात्रि पूजा विधि (chaitra navratri 2023 vidhi in hindi)
नवरात्रि के नौ दिनों तक मां दुर्गा की उपासना करने के लिए एक विशेष पूजन विधि है। नवरात्रि के इन नौ दिनों तक मां दुर्गा की पुजा करने और व्रत रखने से मां दुर्गा सभी कष्टों को दूर कर देती है और आपके दाम्पत्य जीवन में धन प्राप्ति और सुख समृद्धि लाती है। नवरात्रि के नौ दिनों तक निम्न पूजा विधि से मां दुर्गा की पुजा उपासना की जाती है।
Navratri pujan vidhi in Hindi:
- नवरात्रि के प्रथम दिन यानि चैत्र प्रतिपदा तिथि को स्नान आदि करके सुबह नवरात्र स्थापना की जाती हैं।
- नवरात्र स्थापना में मां की चौकी सजाई जाती है, घटस्थापना की जाती हैं। कलश स्थापना सुबह शुभ मुहूर्त में किया जाता है।
- घटस्थापना में आवश्यक सामग्री मिट्टी, जौ, हवन सामग्री, प्रसाद, नारियल, फूल माला, लाल वस्त्र, फल मिठाई, अशोक के पत्ते आदि हैं।
- चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर उस पर माता की मूर्ति या तस्वीर की स्थापना करें।
- एक तरफ मिट्टी में जौ उगाए और उस पर कलश स्थापना करें।
- कलश में जल भरकर रखें और उस पर अशोक के पत्ते लगाकर नारियल रखें।
- रोजाना कलश में पानी भरें और जौ को सीचें।
- नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग अलग रूपों की उपासना करें। नौ दिनों तक व्रत किया जाता है। पूजा के दौरान कथा अवश्य पढ़ें।
- नवरात्रि के अंतिम दिन यानि रामनवमी को नौ कन्याओं को भोजन करवाया जाता है।
- और इसी के साथ नवमी के दिन नवरात्र समाप्त हो जाते हैं।
इस प्रकार नवरात्र के नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है और बड़ी धूमधाम से यह पावन पर्व मनाया जाता है। मां दुर्गा का आशीर्वाद आपके और आपके परिवार पर हमेशा बनी रहे यही हमारी मनोकामना है।